Shrimad bhagwat geeta shlok 4-6 Jitendra September 27, 2019 अत्र शूरा महेष्वासा भीमार्जुनसमा युधि। युयुधानो विराटश्च द्रपदश्च महारथः।। 4 ।। धृष्टकेतुश्चेकितानः काशिराजश्च वीर्यवान्। पुरुजित्कुन... Read More
Shrimad bhagwat geeta shlok 2,3 Jitendra September 25, 2019 दृष्ट्वा तु पाण्डवानीकं व्यूढहं दुर्योधनस्तदा।। आचार्यमुपसङ्गम्य राजा वचनमब्रव्रीत् ।। 2 ।। अर्थ - सञ्जय बोले व्यूहरचना रूप में (दृढ़... Read More
Shrimad bhagwat geeta shlok 1 Jitendra September 24, 2019 अथ प्रथमाऽध्याय विषादयोगः धृतराष्ट्र उवाच अर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समेवेता युयुत्सवः। मामका: पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत सञ्जय! ॥ 1 ।। ... Read More