आपके पास कितना समय है ? - Online Paisa

Tuesday, September 24, 2019

आपके पास कितना समय है ?

दूसरा बुनियादी सवाल :


आपके पास दरअसल कितना समय है? आप यह कैसे कह सकते हैं कि आपके पास पर्याप्त समय नहीं है? आपके पास एक दिन में उतने ही घंटे हैं, जितने हेलन केलर, लुई पाश्चर, माइकलएन्जेलो, मदर टेरेसा, लियोनार्डों द विंची, थॉमस जेफरसन और अल्बर्ट आइंस्टाइन के पास थे। -एच. जैकसन ब्राउन वि 'धाता ने किसी को सुंदरता ज़्यादा दी है, किसी को कम दी है। किसी को बुद्धि ज्यादा दी है, किसी को कम दी है। किसी को दौलत ज़्यादा दी है, किसी को कम दी है। लेकिन समय उसने सबको बराबर दिया है :

एक दिन में 24 घंटे। समय ही एकमात्र ऐसी दौलत है, जिसे आप बैंक में जमा नहीं कर सकते। समय का गुज़रना आपके हाथ में नहीं होता। यह तो घड़ी की सुई के साथ लगातार आपके हाथ से फिसलता रहता है। आपके हाथ में तो बस इतना रहता है कि आप इस समय का कैसा उपयोग करते हैं। अगर सदुपयोग करेंगे, तो अच्छे परिणाम मिलेंगे; अगर दुरुपयोग करेंगे, तो बुरे परिणाम मिलेंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि हमारे पास कहने को तो 24 घंटे होते हैं, लेकिन वास्तव में इतना समय हमारे हाथ टाइम में नहीं होता।

सच तो यह है कि समय के एक वड़े हिस्से पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता। 8 घंटे नींद में चले जाते है और 2 घंटे खाने-पीने, तैयार होने एवं नित्य कर्म आदि में चले जाते हैं। यानी हमारे हाथ में दरअसल 14 घंटे का समय ही होता है। दूसरे शब्दों में, जीवन में सिर्फ 58 प्रतिशत समय पर हमारा नियंत्रण संभव है, जबकि 42 प्रतिशत समय हमारे नियंत्रण से बाहर होता है। सुविधा की दूष्टि से यह मान लें कि 40 प्रतिशत समय पर हमारा नियंत्रण नहीं होता, जबकि 60 प्रतिशत समय पर होता है।

इस संदर्भ में सदियों पहले भर्तृहरि की कही गई बात आज भी प्रासंगिक है, 'विधाता ने मनुष्य की आयु 100 बर्ष तय की है, जिसमें से आधी रात्रि में चली जाती है, बची आधी में से भी आधी बाल्यावस्था और वृद्धावस्था में गुज़र जाती है और बाक़ी बचे 25 वर्षों में मनुष्य को रोग और वियोग के अनेक दुख झेलने पड़ते हैं और नौकरी-चाकरी करनी पड़ती है। इसलिए हम यह कह सकते हैं किे जलतरंग के समान चंचल इस जीवन में लेश मात्र सुख भी नहीं है।" समय अनमोल है, क्योंकि वास्तव में समय ही संसार की एकमात्र ऐसी चीज़ है, जो सीमित है। अगर आप दौलत गँवा देते हैं, तो दोवारा कमा सकते हैं। घर गँवा देते हैं, तो खोई दौलत मेहनत से दोबारा हासिल की जा सकती है, खोया ज्ञान अध्ययन से, खाया स्वास्थ्य चिकित्सा या संयम से; लेकिन खोया समय हमेशा-हमेशा के लिए चला जाता है।

समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग के 30 सिद्धांत दोबारा पा सकते हैं। लेकिन अगर समय गँवा देते हैं, तो आपको वही समय दोबारा नहीं मिल सकता। हमारे पास जीवन में बहुत कम समय है और यह समय सीमित है। यदि हम अपनी अपेक्षित आयु सौ वर्ष मान लें, तो हमारे पास जीवन में कुल 36,500 दिन ही होते हैं। इसी समय हिसाब लगाकर देखें। कि इन 36,500 दिनों में से आपके पास कितने दिन बचे हैं, जिनमें आपको अपने जीवन का लक्ष्य प्राप्त करना है ? नीचे दी गई आसान गणना करके खुद जान लें कि आपके पास अब लगभग कितने दिन बचे हैं - जीवन के कुल दिन 36,500 ा गुज़र चुके दिन (आपकी उम्र x 365) शेष बचे दिन अगर हम जीवन में कुछ करना, कुछ बनना, कुछ पाना चाहते हैं,

तो यह अनिवार्य है कि हम समय का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करना सीख लें, ताकि इस धरती पर अपने सीमित समय में हम वह सब हासिल कर सकें, जो हम हासिल करना चाहते हैं - चाहे वह दौलत या शोहरत हो, सुख या सफलता हो। कैलेंडर से धोखा न खाएँ। साल भर में केवल उतने ही दिन होते हैं, जिनका आप उपयोग करते हैं। एक व्यक्ति साल भर में केवल एक सप्ताह का मूल्य प्राप्त करता है, जबकि दूसरा व्यक्ति एक सप्ताह में ही पूरे साल का मूल्य प्राप्त कर लेता है।

कुनियावाल : आपका समय कितना क्ॉमती है? य आपके जीवन का सिवळा है। मह जापक पात सौूद इकलौता चिकका है और सिफ आप ही वह तय कर सकते हैं कि इसे कैले खर्च किया जाए। सतक , कता आपके उप कर देंगे। कूलरे लोग इसे खर्द -कार्ल सँडबर्न समय हो कन है। फत्तु वह कहावत पू्ी तरह सच नहीं है। सर्द तो वह है कि समव सिख हा जाता है। अगर आफ अपने समय क सदुपयोम सभाव्त कन हैं, तभी आप छन कमा सकते हैं । इुत्री ओर अगर आफा अपने समय का दुपयोग करते हैं, लो आफ कन कमाने को संभादना को गैदा देते हैं। क्या आप बेक-ठोक जानते हैं कि आफ्का समय कि्नता कीमती है? जगर नहीं, तो नीचे दिए फॉर्मूले का प्रयोग करके वह जान लें सनक का नूल्य ज्ञात करने का फॉनला : आपके एक बंटे का नूल्य =आपकी आमदती /काम के घंटे

समय के सर्वशरेष्ठ उपयोग के अ0 सिद्धांत अपनी आमवनी में काम के घंटों का भाग देने से आप जान जाएँगे कि आपके एक धंटे के समय का वर्तमान मूल्य व्या है। मान लं, जाप हर महीने 20,000 रुपए कमाते हैं और इसके लिए आप महीने में 25 दिन 8 घंटे काम करते हैं । यानी आप कुल मिलाकर 200 घंटे काम करते हैं । इस स्थिति में आपके एक पंटे का मूल्य होगा 20,0०० (आमदनी) । 200 (काम के घंटे) 100 रुपए। इस उदाहरण में यदि आप रोज़ 1 घंटे का समय बर्बाद करते हैं, तो आपको हर दिन 100 रुपए का नुक़सान हो रहा है, यानी एक साल में 36 ,000 रुपए। यदि आप हर दिन दो पंटे बर्बाद करते हैं,

तो इसका मतलब है कि आपको हर साल 72,000 रुपए का नुक़सान हो रहा है। यह अभ्यास करने के बाद आपकी आँखें खुल जाएँगी। इससे एक तो आपको यह पता चल जाएगा कि समय की वर्बादी करने से आपको कितना आर्थिक नुक़सान हो रहा है, इसलिए आप समय बर्ाद नहीं करेंगे। दूसरे, इससे अगर आपको यह आभास होता है। कि आपके समय का वर्तमान मूल्य संतोषजनक नहीं है, तो आप उसे बढ़ाने के उपाय खोजने लगेंगे। इस फ़ॉर्मूले का सिर्फ एक बार प्रयोग करने से ही आपके जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन हो जाएगा। आप समय के आधुनिक मनुष्य उन चीज़ों को खरीदने लायक पैसा कमाने के पीछे पागल है, जिनका आनंद वह व्यस्तता के कारण नहीं ले सकता।

टाइम उपयोग को लेकर सतर्क हो जाएँगे आप समय बर्बाद करना छोड़ देंगे। आप अपने समय के बेहतर उपयोग के तरीके खोजने लगेंगे। आप कम समय में ज्यादा काम करने के उपाय खोजने लगेंगे। और यह सब केवल इसलिए होगा. क्योंकि अब आपको पता चल चुका है कि आपके काम का हर मिनट कितना क्रीमती है और उसे वर्वाद करके आप अपना कितना आर्थिक नुक़सान कर रहे हैं। जिन चीज़ों को मनुष्य ख़र्च कर सकता है, उनमें समय सबसे मूल्यवान है।

No comments:

Post a Comment